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लॉक डाउन में प्रवासी मजदूरों के दर्द पर बना गुंजन सिंह का गाना हो रहा वायरल

कोरोना संकट के बीच देश में लॉक डाउन है, जिसकी सबसे ज्‍यादा मार गरीब और प्रवासी मजदूरों को झेलनी पड़ी है। मीडिया में लगातार लॉक डाउन की वजह से भूखे – प्‍यासे मजदूर और उनके परिजनों की मौत की खबर आ रही है, जिसके दर्द को भोजपुरी सुपर स्‍टार सिंगर गुंजन सिंह ने अपने गाने के जरिये बयां किया है। गाने का बोल है – ‘बबुआ मरल भूख से’, जो बेहद मार्मिक और संवेदनशील है। यह समाज को झकझोरने वाला गाना है, जो आदिशक्ति फिल्‍मस के यूट्यूब चैनल से रिलीज हुआ है और अब यह गाना खूब वायरल भी हो रहा है। इस गाने को अब तक 295,693 व्‍यूज मिल चुका है और यह तेजी वायरल हो रहा है।

लिंक : https://youtu.be/JAVbxmiCxxk

गाना ‘बबुआ मरल भूख से’ को गुंजन सिंह और निशा सिंह पर फिल्‍माया गया है, जिसमें गुंजन एक प्रवासी मजदूर की भूमिका में घर से दूर नजर आये हैं। वहीं, निशा सिंह, गुंजन की पत्‍नी का किरदार में हैं, जो गांव में अपने बच्‍चों के साथ हैं। लेकिन लॉक डाउन की वजह से उनके पास खाने और पैसे नहीं बचे। नौबत भूखे रहने की आ गई और उनका छोटा बेटा मर जाता है। इस दर्द को गुंजन सिंह ने अपने गाने के जरिये बेहद मार्मिक रूप से दर्शाया है। यह गाना सत्‍य घटना पर आधारित है। ऐसा कहना है खुद गुंजन सिंह का। उन्‍होंने इस गाने को प्‍यार देने के लिए लोगों का आभार भी जताया और कहा कि यह गाना लोगों को कनेक्‍ट करने वाली है।

बता दें कि गुंजन सिंह का लॉक डाउन के बीच रिलीज यह पहला गाना है। गाना ‘बबुआ मरल भूख से’ का लिरिक्‍स अजय बच्‍च्‍न और म्‍यूजिक रौशन सिंह ने दिया है। पीआरओ संजय भूषण पटियाला हैं। अलबम का नाम एक मजदूर का दर्द है। वीडियो डायरेक्‍टर सुशांत सिंह और कुमार चंदन है। एडिटर प्रशांत सिंह और डीओपी पंकज सोनी हैं। परिकल्‍पना राकेश सिंह का है।

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