लॉकडाउन के लगभग दो महीने बाद अब भारतीय सिनेमा ने अपने रुके हुए काम को पटरी पर लाना शुरू कर दिया है। काम शुरू करने की सरकार की तरफ से मंजूरी मिलने के साथ ही टीवी और फिल्मों के निर्माता और निर्देशक अपने साथियों के साथ आगे के काम की व्यवस्था बनाने में लग गए हैं। हालांकि इस काम को शूटिंग के सेट तक पहुंचने में एक से दो हफ्ते तक का समय लग सकता है लेकिन जिन फिल्मों के सेट पहले से ही तैयार हैं, वह अगले महीने के पहले हफ्ते से ही शूटिंग शुरू कर सकते हैं।
जिन फिल्मों की शूटिंग सबसे पहले शुरू होने के आसार दिख रहे हैं, उस सूची में सबसे पहली फिल्म संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनने वाली ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ हो सकती है। फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज के जनरल सेक्रेटरी अशोक दुबे का कहना है कि संजय लीला भंसाली पहले से ही फिल्म सिटी में अपनी फिल्म की शूटिंग कर रहे थे। उनका सेट अभी भी फिल्म सिटी में ज्यों का त्यों लगा हुआ है इसलिए संभावना है कि अनिवार्य सावधानियों के साथ अपनी फिल्म की शूटिंग शुरू करने वाले संजय पहले फिल्म निर्माता हो सकते हैं।
हिंदी फिल्मों के निर्माता भूषण कुमार की लॉकडाउन की वजह से तीन फिल्में भुज- द प्राइड ऑफ इंडिया, झुंड और मुंबई सागा रुकी हुई हैं। भूषण का कहना है कि जैसे ही वह अपनी सुरक्षा संबंधी व्यवस्था को दुरुस्त कर लेते हैं तो वह अपनी फिल्मों की शूटिंग शुरू कर देंगे। उन्होंने कहा, ‘हम सरकार के आभारी हैं कि उन्होंने फिल्मों की शूटिंग को शुरू करने की अनुमति दे दी है लेकिन हमारे लिए हमारे साथ काम करने वालों की सुरक्षा सर्वोपरि है। हमारी इन फिल्मों की कुछ ही दिन की शूटिंग बाकी है। हम शुरू तभी करेंगे जब स्वास्थ्य से संबंधित सारी सुरक्षा सुविधाओं को हम खुद सुनिश्चित कर लेंगे।’