बघेली माटी से जुड़ी हुई बघेली भाषा की पहली फीचर फिल्म “प्रीत के बंधन” को लेकर पूरे बघेल खंड में दर्शकों में भारी उत्साह है। इस फिल्म रीवा, सतना के सिनेमाहाल में बम्पर ओपनिंग मिली है। इस फ़िल्म को प्रशासन और स्थानीय लोगों का फुल सपोर्ट मिल रहा है।
उल्लेखनीय है कि सीडी एंटरटेनमेंट के बैनर तले निर्मित की गई बघेली भाषा की पहली बघेली फीचर फिल्म प्रीत के बंधन का प्रोमोशन जोर शोर से तीन पांच की टीम ने जुड़कर किया गया है और अभी भी प्रोमोशन जारी है। इस फिल्म की शूटिंग बघेलखंड के कई रमणीय स्थलों पर की गई है।
पहली बघेली फीचर फिल्म प्रीत के बंधन फिल्म के निर्माता देवेन्द्र सिंह हैं। लेखक एवं निर्देशक श्यामचरण यादव हैं। छायांकन सावन प्रजापति, संदीप गुप्ता, नृत्य जान सिंह का है। फिल्म का गीत संगीत बहुत ही मधुर बनाया गया है। संगीतकार रितेश मिश्रा, अशोक सिन्हा हैं। गीतकार आशीष अकेला, उमेश लखन, अशोक सिन्हा के लिखे गानों को आवाज दी है बॉलीवुड सिंगर उदित नारायण, पामेला जैन, इंदु सोनाली, खुशबू जैन, अल्का झा एवं आलोक कुमार ने। मुख्य अभिनेता चन्द्रकान्त द्विवेदी ने भी अपनी मधुर आवाज में इस फिल्म में गाना गाया है। फिल्म प्रचारक रामचन्द्र यादव हैं।
गौरतलब है कि फिल्म के हीरो विंध्य के सिनेस्टार चन्द्रकान्त द्विवेदी बघेलखंड के रीवा जिले के मऊगंज क्षेत्र से हैं, जो भोजपुरी में भी कई फिल्में दे चुके हैं। अब उनकी पहली बघेली फिल्म भी धूम मचा रही है। इस फिल्म में चन्द्रकान्त द्विवेदी के साथ सोना द्विवेदी, पूजा तिवारी नजर आ रही हैं, उनके साथ उमेश मिश्रा लखन, कामता माखन, नीरज निर्मोही एवं तीन पांच के कई कलाकार धमाल मचा रहे हैं, अन्य प्रमुख भूमिका में रीति सरगम, दीपक पटेल, मनीष पटेल, प्रभाकर मिश्रा, विजयशंकर शुक्ला सहित विंध्य के कई स्थानीय कलाकार भी दिखेंगे और कुछ दूसरे राज्यों के भी कलाकार दिखेंगे।
विदित हो कि इस फिल्म के नायक चन्द्रकान्त द्विवेदी ने बताया कि यह फिल्म प्रीत के बंधन पूरी तरह से एक्शन, कॉमेडी, रोमांटिक, मनोरंजन से भरपूर है। इस फिल्म में दर्शकों का खूब इंटरटेनमेंट हो रहा है। मेरी और फिल्म के सभी कलाकार सदस्य की तरफ से दर्शकों से अपील है कि अपनी बघेली भाषा को अन्य भाषाओं की तरह ऊंचाई पर ले जाने में इस फिल्म का सहयोग करें ताकि आगे भी अपनी भाषा मे ऐसे ही बड़े पैमाने पर कार्य होता रहे और सभी बघेली समर्थकों एवं बघेलखंड वासियों का शान से मस्तक ऊंचा उठा रहे।