नई दिल्ली. कभी फिल्में समाज का आईना होती हैं तो कभी समाज को संदेश देती हैं. मनोरंजन करना तो उनका मुख्य मकसद है ही. मगर कभी-कभी फिल्मों का कोई सीन इन सभी चीजों को जस्टिफाई नहीं कर पाता है और दर्शकों का ध्यान वहींं अटक जाता है. शाहिद कपूर और कियारा आडवाणी की फिल्म ‘कबीर सिंह’ का थप्पड़ वाला सीन भी कुछ ऐसा ही है.
फिल्म में थप्पड़ मारने के बाद भी कियारा अपने प्रेमी (शाहिद) के पास लौटकर चली जाती हैं. इस सीन को लेकर फिल्म की खूब आलोचना हुई थी. 21 वीं सदी में इस तरह के सीन को पचा पाना यंगस्टर्स के लिए तो कम से कम आसान नहीं है.
थप्पड़ सीन को लेकर हुई थी कड़ी आलोचना
कबीर सिंह’ रिलीज होने के तीन साल बाद भी कियारा इस फिल्म और अपने किरदार प्रीति के सपोर्ट में खड़ी हैं. संदीप रेड्डी वांगा द्वारा निर्देशित ‘कबीर सिंह’ उनकी ही तेलुगू में बनाई गई फिल्म ‘अर्जुन रेड्डी’ का रीमेक थी. ‘कबीर सिंह’ बॉक्स ऑफिस पर हिट भी साबित हुई थी, मगर गलत तरीके से ‘मर्दानगी’ को ग्लैमराइज करने के लिए इसकी कड़ी आलोचना भी हुई थी.
कियारा के लिए हमेशा रहेगी एक लव स्टोरी
हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में कियारा ने फिल्म का बचाव किया और कहा कि यह हमेशा उनके लिए एक लव स्टोरी रहेगी. उन्होंने यह भी कहा कि फिल्म का वो सीन जिसमें शाहिद उन्हें थप्पड़ मारते हैं, उसको कुछ ज्यादा ही बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया.
कहा- प्यार में कुछ चीजें भुला देते हैं लोग
‘कबीर सिंह’ के बारे में बॉलीवुड हंगामा से बातचीत में कियारा ने कहा, ”प्यार एक ऐसी चीज है, जिसमें प्यार ही आपको लाइफ में कुछ बिहेवियर्स को भुला देने की इजाजत देता है. रिश्ते बहुत जटिल होते हैं और जब कोई किसी को धोखा देता है, अपमान करता है या थप्पड़ मारता है तो एक तीसरे शख्स यहां तक कि मेरे लिए भी यह कहना आसान होता है कि उस रिलेशनशिप से बाहर आ जाओ. मगर उस रिलेशनशिप में रह रहे दो लोग ही असली वास्तविकता को समझते हैं.” कियारा ने आगे थप्पड़ वाले सीन पर बात करते हुए कहा, ”इंटरवल सीन में उस थप्पड़ के बाद प्रीति, कबीर को छोडकर चली जाती है. आपने उसे नहीं देखा? आप उसे भूल गए ? सच तो ये है कि वह उसके पास अंत में तभी वापप लौटकर जाती है, जब वह उसे मनाने आता है.” कियारा के मुताबिक, प्यार में ऐसा ही होता है. उन्होंने कहा कि लोगों ने पूरी फिल्म में से सिर्फ एक सीन पर चर्चा की, यानि कि उन लोगों ने पूरी फिल्म देखी ही नहीं.