इस फिल्म में एक डायलॉग है पति ज्यादा पागल है या पत्नी लेकिन फिल्म देखते हुए आपको लगता है कि सिर्फ पति और पत्नी ही नहीं सारे किरदार ही पागल हैं और गजब के धोखेबाज हैं. पति ने पत्नी को धोखा दिया या पत्नी ने पति को आतंकवादी ने पुलिसवाले को धोखा दिया या पुलिसवाले ने सिस्टम को और किसका किससे क्या कनेक्शन है. ये फिल्म आपके दिमाग को हिला डालती है और एंड में आपको लगता है कि इस बार हमारे साथ टिकट के पैसे खर्च करके धोखा नहीं हुआ.
कहानी
एक आतंकवादी पुलिस के चंगुल से भाग जाता है और एक घर में जाकर एक महिला को बंदी बना लेता है. महिला का पति परेशान है वो पुलिस की मदद लेता है. फिर क्या होता है…फिर जो होता है वो देखकर आप हर थोड़ी देर में हैरान होते हैं. परत दर परत कहानी आपको चौंकाती है, आप सीट से हिल नहीं पाते. आप एक सेकेंड के लिए बोर नहीं होते. अपना फोन चेक करने की नहीं सोचते और यही इस फिल्म की खासियत है.
एक्टिंग
पति के किरदार में आर माधवन ने कमाल की एक्टिंग की है. आधा काम माधवन अपने लुक्स से कर देते हैं और बाकी एक्टिंग से. खुशाली कुमार की ये पहली फिल्म है. वो गुलशन कुमार की बेटी हैं. खुशाली इस फिल्म में सबसे ज्यादा इम्प्रेस करती हैं. वो कमाल की खूबसूरत लगती हैं और उनकी एक्टिंग बहुत जबरदस्त है. देखकर लगता ही नहीं कि ये एक न्यूकमर हैं. ये फिल्म खुशाली के लिए बॉलीवुड में खुशहाली के रास्ते खोल सकती है. अपारशक्ति खुराना आतंकवादी के किरदार में हैं और ये उनके करियर की बेस्ट परफॉर्मेंस है. अपार ने कश्मीरी अंदाज को बखूबी पकड़ा है और वो पर्दे पर अलग तरह का खौफ पैदा करते हैं. ये किरदार वो कर सकते थे ये सोचा भी नहीं जा सकता था क्योंकि वो अब तक कॉमिक रोल्स में दिखे हैं लेकिन इस किरदार ने उनकी रेंज को काफी बढ़ा दिया है. दर्शन कुमार ने पुलिसवाले के किरदार में शानदार काम किया है. कुल मिलकर हर किरदार की एक्टिंग फिल्म में जबरदस्त है.
कुकी गुलाटी ने डायरेक्शन काफी अच्छा है. उन्होंने कहीं फिल्म को खींचा नहीं. कहीं ऐसा नहीं लगता कि बोर हो गए या ये क्या हो रहा है. कहानी को आप समझ नहीं पाते, ये पता ही नहीं चलता कि आगे होना क्या है और यही इस फिल्म का खासियत है. फिल्म में हर कोई धोखा देता है. बस आपको धोखा नहीं मिलता.