पिछले दो दिनों से मातारानी के भक्तों में उत्साह की लहर है , हो भी क्यों नहीं उनका पवित्र बसंती नवरात्रि का पावन त्योहार जो शुरू हो गया है । इस बसंती नवरात्रि में मातारानी के भक्तों की पसन्द को देखते हुए एक नया ओटीटी प्लेटफॉर्म आनंद प्रज्ञा के नाम से शुरू हुआ है। आगे आने वाले समय मे नवदुर्गा मंत्रों से पूत -पवित्र “आनंदप्रज्ञा” शाश्वत धर्म और दर्शन का सहज ,सरल ओ टी टी प्लेटफ़ॉर्म साबित होगा । इसे मास्क टीवी ओटीटी प्लेटफॉर्म के आध्यात्मिक सहयोगी प्लेटफॉर्म के रूप में भी देखा जा रहा है । इस आनंद प्रज्ञा ओटीटी प्लेटफॉर्म पर धार्मिक आस्था और आध्यात्मिक विषयों को लेकर ही कन्टेन्ट परोसे जाएंगे । इस ओटीटी प्लेटफॉर्म की एक ही मंशा है कि इस ओटीटी प्लेटफॉर्म की भीड़ में एक साफ सुथरा आध्यात्मिक आस्वाद कराने वाला प्लेटफॉर्म दर्शकों को सहज ही उपलब्ध हो सके । जिसपर लोग अपनी धार्मिक भावनाओं को बखूबी अपने आत्मिक शांति और आनंद के रूप में अंगीकार कर सकें । आनंद प्रज्ञा ओटीटी प्लेटफॉर्म पर आगे आने वाले समय मे बड़े बड़े भजन, लोकगीत, और मनोरंजन के वो तमाम साधन मौजूद रहेंगे जिनसे समाज मे एक सकारात्मक माहौल का निर्माण हो सके और लोग आध्यात्मिक आनंद परोसने वाले प्लेटफॉर्म के रूप में आनंद प्रज्ञा को याद करें । नवरात्रि के पहले दिन से ही इस आनंद प्रज्ञा ओटीटी पर मातारानी की भक्ति स्वरूप सुंदर काव्य भजन और भक्ति आराधना शुरू हो चुके हैं और यह गति निर्बाध रूप से आगे भी जारी रहेगी । इस ओटीटी प्लेटफॉर्म पर वर्तमान प्रस्तुति के बारे में अंजू भट्ट कहती हैं कि प्रज्ञा आनंदित हो तो जीवन स्वतः सुकृत: आनंदप्रज्ञा आपका आध्यात्मिक आनंद बन जाता है । आनंदप्रज्ञा ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अभी शिव स्तुति काव्य, सनातन काव्य प्रवाह, श्रीगणेश काव्याभिव्यक्ति, रहस्याध्यात्म-काव्यस्तोत्रम जैसे धार्मिक -आध्यात्मिक आनंद की अभिव्यक्ति और इसके अलावा भी बहुत कुछ प्रसारित हो रहा है । "आनंदप्रज्ञा” समर्पण और कर्तव्य का मार्ग आध्यात्मिकता के साथ जोड़ने वाला माध्यम बनकर समाज को दिशा दिखाने का काम करेगा। आध्यात्मिक मंत्रों की मनमोहक प्रस्तुति , नवरात्र नवप्रबोध नवशक्तिमंत्रों से नवदुर्गा अर्चना के साथ आगे आने वाले समय मे इस ओटीटी प्लेटफॉर्म पर दर्शकों को मनोरंजन के रूप में अपने आराध्यों के भजन , कीर्तन के अलावा कई प्रकार के बेहतरीन कन्टेन्ट उपलब्ध कराए जाएंगे ।डॉ. अंजु भट्ट कहती हैं कि “ आनंदप्रज्ञा” के द्वारा क्यूरेटेड यह प्लेटफ़ॉर्म भारतीय ही नहीं वैश्विक धर्म,दर्शन से बहुआयामी आध्यात्मिक-आनंद के साथ अपने दर्शकों को एक संतुलित संतृप्ति की अनुभूति कराने में सक्षम होगा । यही शुभ कामना रखते हुए अपने प्रकाण्ड साहित्य, कला ,संगीत के विद्वानों के वंशज प्रोमोटर संजय भट्ट के सान्निध्य में पुरूषार्थ को तत्पर आध्यात्मिक आनंद में रची बसी प्रज्ञा की ओर समाज को उर्ध्वमुखी करने का यह उनका सद्प्रयास है।