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अकेले भारतीय होने के कारण डिज्नी की पार्टी में AR Rahman के साथ हुई थी अजीब घटना

नई दिल्ली. द ग्रेट म्यूजिशियन एआर रहमान ने आवाज और प्रतिभा के दम पर न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाई है. उनकी आवाज कानों के जरिए सीधे दिल में उतरती है. आज एआर रहमान इसी आवाज के दम पर पूरी दुनिया का दिल जीत रहे हैं. हालांकि कामयाबी का ये सफर एआर रहमान के लिए आसान नहीं था. एआर रहमान ने एक वाकिया याद कर बताया कि एक पार्टी में जब वह सेल्फी ले रहे थे तो सबकी निगाहें उन पर अटक गईं क्योंकि पूरी महफिल में वो अकेले भारतीय थे.
ऑस्कर के बाद खुले हॉलीवुड के रास्ते
एक यूट्यूब शो में एआर रहमान ने बताया कि स्लमडॉग मिलिनियर में ऑस्कर जीतने के बाद हॉलीवुड में मेरे लिए रास्ते खुल गए थे. लोग मुझे जानने लगे थे हालांकि मैं उन्हें नहीं जानता था. रहमान ने आगे बताया कि ऑस्कर जीतने के बाद वह अकैडमी के सदस्य बन गए थे जिस कारण से उन्हें हॉलीवुड की कई पार्टियों के निमंत्रण आने लगे थे. इससे पहले रहमान को पार्टियों में जाने का समय नहीं मिलता था. इस बार वह लॉस एंजेलिस में थे इसलिए उन्होंने वो सब देखने का फैसला किया जिसे उन्होंने पहले नहीं देखा था. हालांकि, जब रहमान पार्टी में गए तो तेज आवाज, नशे में लोग और तंग जगह के कारण 10.15 मिनट में ही वापस आ गए.
डिज्नी की पार्टी में थे अकेले भारतीय
रहमान ने एक और वाकया सुनाया. 2013 में वह फिल्म फ्रोजन के लिए रखी गई डिज्नी की एक पार्टी में गए थ. उसी साल वॉल्ट डिज्नी की 90वीं सालगिरह मना रहा था. इसलिए वहां उनकी मूर्ति लगाई गई थी. मैं मूर्ति के पास सेल्फी ले रहा था तो वहां पर सभी लोगों की निगाहें मुझ पर आकर अटक गईं. क्योंकि मैं वहां पर अकेला भारतीय था.
स्लमडॉग मिलियनेयर ने दी इंटरनेशनल पहचान
बता दें रहमान ने अपने करियर की शुरुआत 1991 की फिल्म रोजा में संगीत देकर की थी. इस फिल्म के संगीत को काफी सराहा गया था. 2009 में आई स्लमडॉग मिलियनेयर फिल्म के म्यूजिक के लिए रहमान को बेस्ट ऑरिजिनल स्कोर और बेस्ट ऑरिजिनल सॉन्ग के लिए ऑस्कर पुरस्कार मिला था. रहमान को पद्मश्री और पद्म भूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है. कम ही लोग जानते हैं कि रहमान का असल नाम दिलीप कुमार है.

एआर रहमान
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