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#Bhojiwood : सहारनपुर यूपी के गौरव भटनागर अमेरिकन फिल्मों से कैसे जुड़े? जानिए रोचक कहानी

फ़िल्म मेकिंग को अपना पैशन मानते हैं गौरव भटनागर

कहा जाता है कि प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में जन्मे गौरव भटनागर को बचपन से ही फिल्मो में गहरी रुचि थी। कम उमरी में ही मिस्टर इंडिया, जांबाज़, डीडीएलजे, मैंने प्यार किया, शोले जैसी बॉलीवुड मूवीज़ देखते हुए खुद कुछ क्रिएटिव करने की इच्छा उन्हें जगी। किशोरावस्था मे ही उन्होंने लिखना शुरू कर दिया था। एक साइंस फिक्शन शॉर्ट नॉवेल भी उन्होंने लिखा था। बचपन से ही स्टार ट्रेक, स्टार्स वार्स जैसे अमेरिकन टीवी शोज़ देखा करते थे और साइंस फिक्शन में गहरी रुचि रखते थे। आईटी के क्षेत्र में अमेरिका में उन्हें एक अच्छी नौकरी का ऑफर आया तब वह वहीं चले गए। 15 वर्षो से वह कैलिफोर्निया में हैं और 10 वर्षो से फ़िल्म प्रोडक्शन के क्षेत्र में कार्यरत हैं। उनके एक दोस्त रॉबर्ट ने अमेरिकन फ़िल्म स्ट्राइव पर काम करना शुरू किया था और वो गौरव को भी इस प्रोजेक्ट में अपने साथ जोड़ना चाह रहे थे। जब गौरव ने स्ट्राइव की स्क्रिप्ट पढ़ी तो उन्हें बहुत पसंद आई और इस प्रोजेक्ट के लिए हां कर दिया।
अमेरिका में रहने के बावजूद उन्होंने फ़िल्म मेकिंग के अपने जुनून को ज़िंदा रखा है। अमरीकन फ़िल्म स्ट्राईव के गौरव भटनागर एग्जेक्युटिव प्रोड्यूसर थे। इस फ़िल्म को कई अवार्ड्स से भी नवाजा गया और कई पुरुस्कारों में इसे नॉमिनेशन भी मिला।स्ट्राइव एक अमेरिकन इंडिपेंडेंट कमिंग-ऑफ-एज ड्रामा फिल्म है। जो एक 18 वर्षीय हाई स्कूल की छात्रा की कहानी पेश करती है। वो कई वर्षों से अमेरिका में रहते हुए कई अमेरिकन फिल्मो में निर्माता, एग्जेक्यूटिव प्रोड्यूसर के रूप में काम कर रहे हैं।
गौरव भटनागर हॉलीवुड और बॉलीवुड के कलाकारों और टेक्नीशियन के सहयोग से कई प्रोजेक्ट्स पर भी वर्क आउट कर रहे हैं। वह फ़िल्म प्रोडक्शन को तकनीकी रूप से एक चुनौतीपूर्ण काम मानते है और अब तो फ़िल्म बनाने में टेक्निकल वर्क बहुत ज़्यादा होता है। गौरव को लगता है कि फ़िल्म प्रोडक्शन में जो क्रिएटिव संतुष्टि मिलती है वो आईटी फील्ड से काफी अधिक है।
उनकी एक और अपकमिंग फिल्म “बाय बाय किट्टी” एक स्लैपस्टिक कॉमेडी है। इसमे एलियन्स भी नजर आएंगे। स्टोरी एक रोड ट्रिप पर आधारित है। यह मूवी कैलिफोर्निया में ही शूट की गई है। उनकी एक और फ़िल्म कर्मा मूवी पूरी तरह से हॉलीवुड स्टाइल का सिनेमा है। इस मूवी को बनाने का ख्याल उन्हें निर्भया कांड से आया। वैसे तो यह एक कमर्शियल थ्रिलर फिल्म है पर इसमे इमोशनल लेवल पर दिल को छू लेने वाली कहानी है। ये उनका एक महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट है।
उन्हें कॉमेडी, हॉरर और साइंस फिक्शन जॉनर अच्छे लगते हैं। वह सिर्फ बिज़नस के लिए फिल्म्स नहीं करना चाहते। हॉलीवुड में उन्हें जेम्स कैमरन, स्टीवन स्पिलबर्ग, अल्फ्रेड हिचकॉक जैसे फ़िल्म मेकर्स पसन्द हैं जबकि इंडिया में संजय लीला भंसाली और एस एस राजामौली उनके फेवरेट डायरेक्टर्स हैं। उन्होंने सबका काम बहुत बारीकी से देखा है और सबसे ही बहुत कुछ सीखने को मिला है।