मुंबई। सरगुजा फिल्म्स इन्टरनेशनल एंड ए.के.एस. फिल्म्स प्रोडक्शंस के संयुक्त तत्वाधान में बनी हिन्दी फिल्म ‘चलो धम्म की ओर’ के निर्माता धन साई पुहुप इस फिल्म को बहुत जल्द ही रिलीज करने वाले हैं। छत्तीसगढ़ के कोडिया जनपद के निवासी धन साई पुहुप पहले दैनिक भास्कर से भी एक दशक तक जुड़े रहे थे। आदिवासी समुदाय से आने वाले पुहुप इस फिल्म के द्वारा सामाजिक विषमता पाटने का संदेश देने का प्रयास किया है।इस फिल्म की खास बात यह है कि बुद्धिस्ट समुदाय के धर्म गुरु शशि सोराई ने भी अपने भिक्षुक समुदाय के साथ इस फिल्म में अहम रोल अदा किया है।
फिल्म निर्माता धन साई पुहुप के अनुसार यह एक सामाजिक फिल्म है और यह गौतम बुद्ध के सामाजिक संदेशों को जीवन में उतारने की महत्ता पर बल देती है। जो व्यक्तिगत जीवन में शांति पाना चाहते हैं उसे अपने ईष्ट का स्मरण करना चाहिए। ऊपर वाले के बताये रास्ते का अनुसरण करना चाहिए। महात्मा गौतम बुद्ध ने ऐसे ही उपदेश दिये हैं, जो मनुष्य के जीवन को सांसारिक विद्वेष से अलग रख कर जीने का मार्ग प्रशस्त करता है। इसलिए हर आदमी को धर्म का मार्ग ही चुनना चाहिए। ‘चलो धम्म की ओर’ ऐसी ही शिक्षा देने वाली फिल्म है। धम्म का अर्थ धर्म होता है और भगवान बुद्ध सभी प्राणियों को धर्म कार्य में सक्रिय रहने का संदेश देते थे।
शीर्षक धार्मिक फिल्म का भ्रम पैदा करता है। मगर यह एक स्वस्थ संदेश देने वाली पारिवारिक व सामाजिक फिल्म है। इसकी शूटिंग छत्तीसगढ़ तथा नागपुर में चालीस दिनों में पूरी कर ली गई। दो भाईयों की कहानी वाली इस फिल्म में छह गाने हैं। फिल्म के निर्देशक हैं गौतम सपकाले और पुहुप के साथ दूसरे निर्माता अशोक डाॅयफोडे हैं। सुखदेव प्रसाद टाईगर फिल्म के संयुक्त निर्माता हैं। कथा- संवाद- गीत गौतम सपकाले, पटकथा धनसाई पुहुप, संगीत बाबा जागीरदार, संपादन सोनू वर्मा तथा छायाकार जगदीश थाबड़े हैं।
फिल्म के मुख्य कलाकार अविनाश पाटिल, मोनारे, मेघराज साजवलकर, तेजस्विनी रोकड़े, मुस्कान ठाकुर, श्याम महतो, केसर सोनी बंसल, दिलीप विजय, पूर्णिमा बंसल, सत्येन्द्र तिवारी, योगेश मोरे, महेन्द्र साजवलकर, हरिशंकर नायक, अजय कुमार, किरण सरनजीत कुजूर, लाला चैधरी, शशांक कनोजिया, अनिल निकम, रोशन चैहान, शंकर कोली, मास्टर शुभम और मास्टर मोरे आदि हैं।