भारतीय संविधान की विशेषता पर और हरियाणा प्रदेश पर पहली बार 2 गाने आने वाले हैं. जिन्हें मुंबई में हाल ही में रिकॉर्ड किया गया. संगीतकार दिलीप सेन और गीतकार डॉ राज सिंह के गीतों को मशहूर सिंगर साधना सरगम ने आवाज दी है.
संगीतकार दिलीप सेन ने कहा कि मैंने १८०० से अधिक गाने बनाए हैं मगर आज इस तरह का गाना पहली बार रिकॉर्ड किया है. भारत सरकार में उच्च पद पर कार्यरत डॉ राज सिंह ने हमारे देश के संविधान को गीत के रूप में लिखा है. साधना सरगम गाने के साथ इंसाफ कर पाई हैं. एक गीत भारत के संविधान पर और दूसरा गाना हरियाणा प्रदेश के ऊपर है. जब किसानों, जवानों और खिलाडियों की बात आती है तो सबसे पहले हरियाणा का नाम लिया जाता है.
साधना सरगम ने बताया कि अब तक हमारे देश के संविधान पर कोई गीत नहीं बना है. दिलीप सेन ने अच्छा कम्पोज़ किया है. काव्य रूप में डॉ राज सिंह ने रिसर्च करके लिखा है. यह गीत गाकर मुझे बहुत गर्व हो रहा है.
डॉ राज सिंह ने कहा कि इस गीत की खास बात यह है कि पिछले सत्तर साल में कोई गीत हमारे कानून को लेकर नहीं बना. हरियाणा प्रदेश के ऊपर दूसरा गीत है. जो वीर सैनिकों का राज्य है. देश के सैनिकों में से दस प्रतिशत हरियाणा के हैं. हरियाणा किसानों का भी राज्य है. खेल प्रतियोगिता में हमारे देश के खिलाडी जितने भी मेडल लाते हैं उनमे हरियाणा का सबसे बड़ा योगदान होता है. दिलीप सेन ने इसे बखूबी संगीतबद्ध किया. साधना सरगम अनुभवी गायिका हैं उन्होंने इन दोनों गीतों को बखूबी गाया है. उम्मीद करता हूँ कि जब भी संविधान दिवस, गणतंत्र दिवस या स्वतंत्रता दिवस का अवसर होगा उस समय स्कूल कॉलेज में यह गीत बजेंगे. विद्यार्थियों को भी इस गीत के माध्यम से संविधान की विशेषताएँ पता चलेंगी.
साधना सरगम ने कहा कि हालाँकि दोनों गीतों का सब्जेक्ट बहुत ही मुश्किल था मगर गीतकार डॉ राज सिंह ने इसे बड़ी सरलता से लिखा है और दिलीप सेन ने इसे खूबसूरती से संगीत में ढाला है. डॉ राज सिंह ने कहा कि आगे भी मैं दुसरे राज्यों पर गीत बनाने की कोशिश करूंगा.
दिलीप सेन ने कहा कि मैं मुकेश पाण्डेय, राकेश पाण्डेय जी को धन्यवाद देता हूँ जिनकी वजह से मुझे ऐसे गाने कम्पोज करने का मौका मिला. आज के युग में लोगों को कुछ नया सुनने को मिलेगा. आगे हम अनेकता में एकता के विषय पर एक गीत बनाएंगे.