नई दिल्ली. भाई क्या कर रहा है तू…मैं जब एक विलेन रिटर्न्स देख रहा था तो ये मीम मुझे काफी याद आ रहा था. जब किसी फिल्म का पहला पार्ट काफी कामयाब हो जाता है तो उसके दूसरे पार्ट से उम्मीदें काफी बढ़ जाती हैं. उसकी तुलना होती है और जब बॉलीवुड के दिन पहले ही खराब चल रहे हों तो वो होता जो एक विलेन रिटर्न्स के साथ हुआ. एक विलेन रिटर्न्स रिलीज हो गई है. इस फिल्म में जॉन अब्राहम , तारा सुतारिया , दिशा पाटनी और अर्जुन कपूर लीड रोल में नजर आए हैं.
कहानी
फिल्म एक सस्पेंस थ्रिलर है तो कहानी के बारे में तो ज्यादा नहीं बताएंगे. बस शहर में कुछ कत्ल हो रहे हैं और ये कत्ल कौन कर रहा है. जॉन अब्राहम, अर्जुन कपूर, दिशा पाटनी, तारा सुतारिया या कोई और…यही कहानी है…और बस इतनी कहानी है…फर्स्ट हाफ में आपको समझ नहीं आता कि चल रहा है. कभी छह महीने पीछे ले जाते हैं. कभी तीन महीने पीछे और आप फिर सोचते हैं भाई क्या कर रहा है तू. सेकेंड हाफ में लगता है कि शायद कुछ मजा आए लेकिन जैसे ही ये लगता है फिल्म खत्म हो जाती है और आप निराश हो जाते हैं.
एक्टिंग
जॉन अब्राहम अच्छे एक्टर हैं. अच्छा कर सकते हैं लेकिन इस फिल्म में वो एक ही एक्सप्रेशन देते नजर आ रहे हैं. लगता है जैसे जबरदस्ती एक्टिंग कर रहे हों. अच्छी स्क्रिप्ट और डायरेक्टर मिले तो जॉन अच्छा करते हैं लेकिन यहां ऐसा नहीं हो पाया. दिशा पाटनी हॉट हैं..हॉट हैं और हॉट हैं. बस एक्टिंग में वो इम्प्रेस नहीं कर पातीं. तारा सुतारिया का तारा भी कुछ खास नहीं चमक पाता. सबमें अर्जुन कपूर बेहतर हैं लेकिन बस इन सबमें वो भी कुछ ऐसा नहीं करते कि आपको मजा आ जाए.फिल्म में कोई ऐसा मूमेंट नहीं आता जब आप हैरान हो जाएं या आपको लगे कि अरे ये कैसे हो गया. सेकेंड हाफ जैसे जैसे आगे बढ़ता है आपको समझ आने लगता है कि क्लाइमैक्स क्या होगा और क्लाइमैक्स भी आपको हैरान नहीं कर पाता. आप बार बार सोचते हैं कि पहले वाली में ज्यादा दम था और यही सोचते सोचते ये फिल्म खत्म हो जाती है और आपको लगता है कि ये सारे के सारे ही विलेन हैं जिन्होंने हमें ऐसी फिल्म दिखाई.म्यूजिक में भी कुछ खास दम नहीं लगा. तेरी गलियां ही बैकग्राउंड में कई बार बजता है और थिएटर से बाहर आकर वही याद रहता है.