फिल्म मेजर, रियल लाईफ मेजर की अपनी पत्नी के साथ प्यारी प्रेम कहानी और उनकी जर्नी पर फोकस करती हैं। फिल्म में स्कूल रोमांस की इनोसेंस से लेकर मॉर्डन डे लव स्टोरी और देश के लिए किए गए मेजर की जान के सैक्रिफाइस को बाखूबी पर्दे पर पेश करती है।
यह फिल्म अपने शानदार अभिनय की बदौलत प्यार, खुशी, गुस्सा, देशभक्ति और भावनाओं की गहराई को उजागर करती है। ऐसे में एक बात जो आलोचकों और प्रशंसकों ने समान रूप से देखी है, वह यह है कि फिल्म में सई मांजरेकर ने उम्र के हर पड़ाव को बड़ी ही खूबसूरती से दर्शाया है।
दरअसल इस फिल्म में सई एक यंग स्कूल गर्ल के किरादर में है और अब जबकि वो खुद सिर्फ 20 साल की है तो जाहिर सी बात फिल्म में इसे पोट्रे करना उनके लिए काफी नैचुरल रहा होगा। लेकिन जैसे जैसे कहानी आगे बढ़ती है फिल्म में उनका कैरेक्टर भी मैच्योर होने लगता है और वो फिर एक कॉलेज स्वीटहार्ट के रूप में लाईट रोमांस करती दिखाई देती है जो मेजर के साथ उनके खूबसूरत रिश्तों को बयां करता है।
इसके बाद वह उम्र के उस पड़ाव पर पहुंच जाती है जहां वो बड़े ही मैच्यूरली मेजर की ड्यूटीफुल आर्मी वाईफ के रूप में दिखाई देती है। ऐसे में इस किरदार को निभाने की जो उनकी समझ थी वो एक 20 साल की लड़की के हिसाब से काफी गहरी थी क्योंकि इस दौरान फिल्म में कुछ हाई ऑक्टेन इमोशनल मोमेंट्स थे जो उन्होंने बड़ी ही खूबरसती से निभाया और जिसने सबको खूब इम्प्रेस किया। सई ने एक आर्मी ऑफिसर की वाइफ के किरदार के लिए जो कॉन्फिडेंस, स्ट्रेन्थ और सैक्रिफाइस चाहिए था उसमें पूरी तरह से खरी उतरी और एक स्ट्रॉंग पिलर की तरह अपने रील हजबैंड के सपोर्ट में खड़ी नजर आई।
सई मांजरेकर ने एक मजबूत, इंडिपेंनडेंट और मॉडर्न वुमेन को पर्दे पर जिया, जो सोसाइटी के साथ अपने बीलीफ्स पर भी यकीन रखती है और इस तरह से एक बेहद इंस्पायरिंग परफॉर्मेंस दी।