एच. ई. अमजद खान की फिल्म ‘गुल मकई’ 31 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए तैयार है। यह फिल्म फिल्म नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई के जीवन पर आधारित है।
लोकप्रिय टीवी अभिनेत्री रीम शेख को मलाला यूसुफजई के रूप में देखा जाएगा। साथ ही राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता दिव्या दत्ता, अतुल कुलकर्णी, मुकेश ऋषि और पंकज त्रिपाठी भी मुख्य भूमिका में नजर आएंगे। यह फिल्म जयंतीलाल गडा की पेन और टेक्नो फिल्म्स के अंतर्गत बनी है। इसके निर्माता संजय सिंगला हैं।
सन् 2009 में पाकिस्तान की स्वात घाटी को तालिबानी बंदूकधारियों ने जब्त कर लिया था और वहां के लोगों पर शरिया कानून लागू किया जा रहा था। यह फिल्म जियाउद्दीन यूसुफजई परिवार के ऐसे समय में किए गए साहसिक कार्यों को दर्शाती है। जियाउद्दीन यूसुफजई की बेटी, मलाला यूसुफजई ने दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकवादी संगठन के खिलाफ अपने ब्लॉग के माध्यम से बीबीसी उर्दू वेबसाइट पर एक काल्पनिक नाम गुल मकई के साथ बात की, जोकि उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के स्वात घाटी में हो रहे उत्पीड़न के खिलाफ थी।
मलाला ने हमेशा लड़कियों के अधिकारों की बात की। उन्होंने खासतौर पर लड़कियों को मिलने वाले शिक्षा के अधिकार पर आवाज उठाई। उनके साहस और बहादुरी को पूरी दुनिया में पहचान मिली और सभी ने सहयोग किया। हालांकि मलाला के पिता ने भी तालिबान के खिलाफ खूब आवाज उठाई, लेकिन मलाला को लड़कियों को न मिलने वाली शिक्षा के खिलाफ विरोध के लिए जाना जाता है।
तालिबान अपने मंसूबों में विफल रहा और आज के वक्त में संयुक्त राष्ट्र द्वारा चुनी गईं 2014 की नोबेल शांति पुरस्कार विजेता और दुनिया की सबसे मशहूर युवा, दुनिया भर की सभी महिलाओं की शिक्षा के लिए आवाज और ताकत बन गई हैं।