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विवादित फिल्म “द कन्वर्जन ” जो लव जिहाद पर आधारित है उसे सेन्सर बोर्ड से यूए सर्टिफिकेट मिला

लाख आये तूफ़ां हम नहीं घबराएंगे,आंधियों से लड़कर अपनी मंजिल पाएंगे :- निर्देशक विनोद तिवारी ।

फ़िल्म निर्देशक विनोद तिवारी की आने वाली हिन्दी फिल्म ‘द कन्वर्जन’ सेन्सर बोर्ड से यूए सर्टिफ़िकेट के साथ पास हो चुकी है और जल्द ही सिनेमाघरों में प्रदर्शित किया जाएगा ।फ़िल्म लव जिहाद जैसे सेंसिटिव मुद्दे पर बनी है जिसे आज के समय की बेटियों को अवश्य देखना चाहिए ताकि उनका सच्चाई से सामना हो सके ताकि वो लव जिहाद के चक्कर में ना फ़सें । फ़िल्म में अंतर धार्मिक विवाह के कारण बेटियों को किन दुखों, मानसिक प्रताड़ना और कई प्रकार के शोषण का सामना करना पड़ता है साथ ही परिवार और समाज की सोच का प्रभाव बच्चों के जीवन को कैसे प्रभावित करता है! इसी दर्द को बयां करती यह फ़िल्म है। इसमें किसी भी धार्मिक भावनाओं को आहत नहीं किया गया है, ऐसा ज्ञात होता है ।

धर्मांतरण जैसी महत्वपूर्ण विषय पर बनी इस फ़िल्म को सेंसर बोर्ड ने छ माह से पारित नहीं किया था लेकिन विनोद तिवारी सेंसर बोर्ड से फ़िल्म को पारित करने के लिए लड़ते रहे आखिर सत्य की जीत हुए और फ़िल्म को यूए सर्टिफिकेट के साथ पास कर दिया गया। जल्द ही उनकी फिल्म दर्शकों के मध्य होगी।
अपने संघर्षों के सामना कर विनोद तिवारी ने फ़िल्म को दर्शकों तक लाने का मुख्य कारण सभी हिंदुस्तानियों को फ़िल्म के माध्यम से वास्तविकता से रुबरु कराना है। समस्त देशवासियों को यह फ़िल्म जरूर देखनी चाहिए जिससे हमारे समाज में चोरी छुपे जो गुनाह हो रहे है उसका पर्दाफाश हो सके। किस प्रकार आज हमारी बहनों बेटियों का मानसिक और शारिरिक शोषण हो रहा है। धर्म की आड़ में उनका मानसिक हनन किया जा रहा है, फ़िल्म के माध्यम से निर्देशक विनोद तिवारी ने समझाने की कोशिश की है इसलिए यह फ़िल्म हर भारत की बहन बेटियों को आवश्यक चाहिए ।

एक निर्देशक ने इस फ़िल्म को दर्शकों तक लाने के लिए सेंसरबोर्ड का सामना भी किया है। अन्ततः सच्चाई के साथ चलते हुए उन्हें जीत प्राप्त हुई जो आज सभी को दृष्ट्वय है। फिल्म के प्रचारक संजय भूषण पटियाला है .

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