नई दिल्ली.बीते कुछ दिनों से भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली के खराब प्रदर्शन के लिए उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा को दोषी ठहराया जा रहा है. अब इस बात पर बहस चल रही है कि क्रिकेटरों की पत्नियों और गर्लफ्रेंड को इतनी नफरत का सामना क्यों करना पड़ता है जब क्रिकेटर्स मैदान पर प्रदर्शन करने में विफल रहते हैं. 2017 में विराट कोहली से शादी करने वाली अनुष्का शर्मा पर हर बार इस क्रिकेटर ने मैदान पर प्रदर्शन नहीं किया है.
दिग्गज अभिनेता मुमताज ने हाल ही में बताया कि कैसे सोशल मीडिया के आगमन ने क्रिकेटरों की पत्नियों और गर्लफ्रेंड को गाली देने वाले लोगों की संस्कृति को जोड़ा है. उन्हें याद आया कि कैसे उनके समकालीन, 60 और 70 के दशक की अभिनेत्री शर्मिला टैगोर और रीना रॉय को मंसूर अली खान पटौदी और मोहसिन खान के खराब प्रदर्शन पर कभी आलोचना नहीं मिली
मुमताज ने ईटाइम्स को बताया कि यह संस्कृति केवल इसलिए नहीं उभरी है क्योंकि ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम मौजूद नहीं थे, बल्कि इसलिए भी कि वो जमाना कुछ और था, सब बदल गया है, मौहोल आज कितना अलग है.” उन्होंने यह भी सवाल किया कि जब उनके क्रिकेटर पति और बॉयफ्रेंड मैदान पर अच्छा करते हैं तो इन अभिनेत्रियों में से किसी की भी प्रशंसा क्यों नहीं की जाती.
उन्होंने इसे “हमारे समाज में प्रचलित लिंगवाद का प्रतिबिंब” कहा. अनुष्का शर्मा भी इस गाली पर चुप नहीं बैठी हैं. जब पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर सुनील गावस्कर ने अनुष्का और विराट के अपने खाली समय में खेल खेलने के एक वायरल वीडियो का जिक्र करते हुए कहा था कि कोविड -19 लॉकडाउन के दौरान कोहली का अभ्यास अनुष्का शर्मा की गेंदबाजी का सामना कर रहा था. अनुष्का ने गावस्कर की “सेक्सिस्ट” टिप्पणियों को खारिज कर दिया था. अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ले जाते हुए, उन्होंने पूछा था, “मैं कब क्रिकेट में घसीटा जाना बंद करूंगी?”