लेखिका भावना व्यास, जो ये रिश्ता क्या कहलाता है (YRKKH), अनुपमा, वो तो है अलबेला, बातें कुछ अनकही सी, सिया के राम और काला टीका जैसे सफल शो की पटकथा लेखक हैं, का मानना है कि प्रेम त्रिकोण तभी बिकते हैं जब उन्हें सही तरीके से बनाया जाए। उन्होंने कहा, “फ़ॉर्मूले हमेशा बिकते हैं और बिकते रहेंगे, लेकिन तभी जब उन्हें सही तरीके से बनाया जाए। हर प्रेम त्रिकोण मनचाहा परिणाम नहीं देता अगर उसे अच्छी तरह से नहीं लिखा जाए।”
उन्होंने आगे बताया कि उन्होंने पिछले कुछ सालों में कहानी कहने में कुछ बदलाव देखे हैं। उन्होंने कहा, “सबसे बड़ा बदलाव कहानी कहने की गति और सात दिनों तक प्रसारित करने के लिए हमें जो कंटेंट बनाना पड़ता है, वह है। समय के साथ रचनात्मक बदलाव होते ही रहते हैं, लेकिन ऊपर बताए गए दो बदलाव मुझे व्यक्तिगत रूप से सबसे बड़े बदलाव लगते हैं।”
लेकिन भावना का मानना है कि सास-बहू की कहानी कभी खत्म नहीं हो सकती। उन्होंने कहा, “सास बहू की कहानी कभी खत्म नहीं हो सकती। इतने सालों में हिंदुस्तान के घरों में सास बहू खत्म नहीं हुई। टीवी में काहे से हो जाएगा।” पटकथा लेखन के मामले में नए रुझान क्या हैं? उन्होंने कहा, “पटकथा लेखन के मामले में नए रुझान गति और उच्च नाटक हैं।”