नई दिल्ली. बॉलीवुड फिल्मों का इस समय बॉक्स ऑफिस पर बहुत बुरा हाल है. हर फिल्म रिलीज होते ही फ्लॉप हो जा रही है. फिल्में अपना बजट तक पूरा नहीं कर पा रही हैं. हाल ही में रिलीज हुई आमिर खान (Aamir Khan) की लाल सिंह चड्ढा (Laal Singh Chaddha) भी बुरी तरह पिट गई है. फिल्मों के बॉक्स ऑफिस पर निराश करने वाले प्रदर्शन पर हर कोई अपनी राय दे रहा है. कई लोग फ्लॉप का दोष बायकॉट ट्रेंड को दे रहे हैं. फिल्ममेकर प्रकाश झा (Prakash Jha) ने इस पर अपनी राय रखी है. वह बॉलीवुड फिल्ममेकर्स पर ही भड़क गए हैं. उन्होंने बड़े बजट की फिल्मों की इन दिनों बॉक्स ऑफिस पर हालत पर कमेंट किया है. प्रकाश झा का कहना है कि फिल्ममेकर्स इस समय बकवास फिल्में बना रहे हैं.
प्रकाश झा इन दिनों अपनी आने वाली फिल्म मट्टो की साइकिल के प्रमोशन में बिजी हैं. ये फिल्म 16 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए तैयार है. प्रकाश झा ने सिनेस्तान को दिए इंटरव्यू में लाल सिंह चड्ढा को लेकर बात की, साथ ही फिल्मों के फ्लॉप होने के पीछे की वजह बताई है.
बकवास बना रहे हैं
प्रकाश झा ने इंटरव्यू में कहा- उन्हें समझना चाहिए वह बकवास बना रहे हैं. कोई भी फिल्म सिर्फ पैसों, कॉरपोरेट और एक्टर्स को ज्यादा पैसे देने से नहीं बनती है. उसके लिए एक अच्छी कहानी की जरुरत है जो एंटरटेन करे. प्रकाश झा ने आगे कहा- ज्यादातर फिल्में इंग्लिश, कोरियन, तमिल और तेलुगू फिल्मों का रीमेक है. उन्हें वह कहानी बनानी चाहिए जो लोगों की जड़ों से जुड़ी हो.
मत बनाओ फिल्में
प्रकाश झा ने कहा- हिंदी इंडस्ट्री के लोग हिंदी बोल रहे हैं लेकिन वह क्या बना रहे हैं. वह सिर्फ रीमेक बना रहे हैं. अगर आपके पास कहानी नहीं है तो फिल्में बनाना बंद कर दो. उन्हें मेहनत करनी चाहिए और कुछ नया सोचना चाहिए. लोग आलसी हो गए हैं. उन्होंने कहा- हम कहानी और कंटेंट में इनवेस्ट नहीं कर रहे हैं. हम राइटिंग में टाइम नहीं दे रहे हैं. हम उनकी रिस्पेक्ट नहीं कर रहे हैं जिनके पास अच्छी कहानियां हैं. हम ग्लैमर देख रहे हैं जो 8-10 वैन और 20-25 स्टाफ के साथ शूट के लिए आते हैं.
बायकॉट ट्रेंड पर कही ये बात
प्रकाश झा ने लाल सिंह चड्ढा के बायकॉट ट्रेंड से प्रभावित ना होने पर अपनी राय रखी. उन्होंने कहा- अगर दंगल और लगान बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप होती तो हम समझते कि ये बायकॉट ट्रेंड की वजह से हुआ है लेकिन आपने जो फिल्म बनाई है वो लोगों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई. मुझे अभी तक कोई ऐसा नहीं मिला हो जिनसे कहा- ‘वाओ क्या फिल्म थी.’