नई दिल्ली. सैफ अली खान और अमृता सिंह के रास्ते भले ही काफी पहले अलग हो चुके हों, लेकिन एक जमाने में दोनों एक दूसरे पर जान छिड़कते थे. दोनों का प्यार जितनी तेजी से परवान चढ़ा, उसी तेजी से दोनों के बीच दरारें भी पैदा होने लगीं. इनके तलाक के सालों बाद आज भी इनके अफेयर के किस्से अक्सर चर्चा में रहते हैं.
सैफ अली खान और अमृता सिंह की कहानी जिस समय शुरू हुई थी, उस दौर में अमृता सुपरस्टार कही जाती थीं. वहीं नवाब खानदान के इकलौते चिराग सैफ अली खान भी कुछ कम नहीं थे. फिल्मी करियर के बदौलत न सही, लेकिन उनकी पहचान एक्ट्रेस शर्मिला टैगोर और क्रिकेटर मंसूर अली खान के बेटे के तौर पर होती थी. कहा जाता है कि हर बात को भूलकर दोनों बस पहली मुलाकात के बाद ही एक दूसरे में खो गए थे. महज तीन महीनों बाद ही घर परिवार के खिलाफ जाकर दोनों ने गुपचुप शादी कर ली थी. शादी के बाद परिवारावालों के बीच हंगामा तो मचा लेकिन धीरे-धीरे सभी ने इनके रिश्ते को कबूल कर लिया. शादी के कुछ साल इनके बीच सब कुछ ठीक था. साल 1995 में अमृता ने बेटी सारा अली खान को जन्म दिया और फिर 2000 में वह इब्राहिम अली खान की मां बनीं.
बिखरने लगी शादीशुदा जिंदगी
सैफ और अमृता के बीच दूरियां तो सारा के जन्म के बाद ही आने लगी थीं, और एक्ट्रेस ने घर छोड़ने का फैसला कर लिया था. हालांकि, दोनों के बीच कुछ हालात सुधरे लेकिन वह कहते हैं न कि जब एक बार किसी चीज में दरार पड़ जाए तो जुड़ना आसान नहीं होता. बस फिर क्या था, कई लड़ाई झगड़ों के बाद दोनों ने अलग होने का फैसला लिया और आखिरकार 2004 में इनका तलाक हो गया.
दोनों की लड़ाई बच्चों की कस्टडी तक पहुंच चुकी थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमृता ने सैफ को बच्चों से मिलने जुलने पर पाबंदी लगा रखी थी, जिसका गुस्सा एक इंटरव्यू में सैफ ने खूब निकाला था और इस बात का खुलासा भी तभी हुआ था.