Home BOLLYWOOD अक्षय कुमार लगातार 15 सालों  से कूडो टूर्नामेंट के ज़रिये देश के कोने कोने के  खिलाड़ियों को कर कर रहे हैं एम्पावर –  थाईलैंड में महीने भर के ट्रेनिंग कैंप के लिए कई एथलीटों को करते हैं स्पॉन्सर

अक्षय कुमार लगातार 15 सालों  से कूडो टूर्नामेंट के ज़रिये देश के कोने कोने के  खिलाड़ियों को कर कर रहे हैं एम्पावर –  थाईलैंड में महीने भर के ट्रेनिंग कैंप के लिए कई एथलीटों को करते हैं स्पॉन्सर

by team metro

सूरत में 26 से लेकर  29 नवंबर तक अक्षय कुमार ने 15वें अंतर्राष्ट्रीय कूडो टूर्नामेंट का आयोजन किया, जहां चार दिनों तक कड़ी प्रतिस्पर्धा और मार्शल आर्ट का प्रदर्शन किया गया ।  खास बात तो यह है कि  इस इवेंट को अक्षय कुमार ने लीड किया और  साथ ही यह भी  दर्शाया  कि ये इवेंट सिर्फ कूडो अथलेट्स  की क्षमता को ही नहीं दर्शाता है, बल्कि अक्षय द्वारा उन्हें   सशक्त बनाने की  प्रतिबद्धता पर भी जोर देता है।  खासकर उन प्रिविलेज  लोगों को पर जिन्होंने मार्शल आर्ट में उत्कृष्टता हासिल करने की इच्छा जताई है। 

आपको बता दें, भारत अब रूस और जापान के बाद ग्लोबल  स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा कुडो प्रैक्टिसिंग देश बन गया है। इस टूर्नामेंट में, भारत के  38 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिभागियों ने अपने कौशल का प्रदर्शन किया, और यही  पूरे देश में खेल के प्रति व्यापक उत्साह को दर्शाता है।

28 नवंबर को, अक्षय कुमार ने इस इवेंट में हिस्सा लिया और प्रतिभागियों से मुलाकात की और कुडो और मिक्स्ड मार्शल आर्ट (एमएमए) के प्रति अपने जुनून को साझा किया। इस मौके पर गुजरात के गृह मंत्री और खेल राज्य मंत्री श्री हर्ष सांघवी की मौजदूगी भी देखी गई, जिन्होंने क्षेत्र में मार्शल आर्ट को बढ़ावा देने के लिए अक्षय कुमार के समर्पण की सराहना की।

अक्षय कुमार 15वां अंतर्राष्ट्रीय कूडो टूर्नामेंट एक विशेष स्पोर्ट्स टुर्नाम्नेट के  रूप में उभर कर सामने आया , जो पिछले 15 वर्षों से एथलीटों की फ्री मेजबानी कर रहे हैं । इस टूर्नामेंट में   खाना, ट्रेनिंग और भागीदारी की सुविधा मुफ्त में मुहैय्या कराइ जाती  हैं, जो यह दर्शाता है कि अक्षय कुमार कुड़ो के प्रति कितने सीरियस हैं और वे हर हल में इसे बढ़ावा देना चाहते हैं। इन सालों में, कुडो ने भारत सरकार के युवा मामले और खेल मंत्रालय से मान्यता हासिल की है, कुडो टूर्नामेंट के प्रतिभागियों ने स्केल 3 सरकारी नौकरियों में 3% खेल कोटा आरक्षण के लिए पात्रता अर्जित की है।

यह टूर्नामेंट न केवल प्रतिस्पर्धा का एक मंच रहा है, बल्कि कम भाग्यशाली बैकग्राउंड वालों के लिए सरकनि नौकरी के द्वार भी खोलता है । जिला से लेकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक टूर्नामेंट संरचना, एथलीटों को प्रगति के लिए एक व्यापक मार्ग प्रदान करता है। जिला टूर्नामेंट के विजेता राज्य प्रतियोगिताओं में आगे बढ़ते हैं, जिससे नेशनल, फेडरेशन कप और अंततः प्रतिष्ठित अक्षय कुमार अंतर्राष्ट्रीय कूडो टूर्नामेंट होता है। इस आयोजन के विजेता फिर दक्षिण एशियाई कप, एशियाई कप और विश्व कप जैसे उच्च चरणों में आगे बढ़ते हैं।

वैसे प्रतिभा को निखारने की अक्षय कुमार की कमिटमेंट टूर्नामेंट तक सिमित नहीं । हर साल, वह थाईलैंड में महीने भर के ट्रेनिंग कैंप के लिए कई एथलीटों को स्पॉन्सर करते हैं, उनके कौशल को बढ़ाते हैं और उन्हें भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करते हैं।

अक्षय कुमार कहते हैं, “मार्शल आर्ट सिर्फ एक फिसिकल स्ट्रेंथ  के बारे में नहीं है, यह डिसिप्लिन , फोकस और एक्सेलेंस  की निरंतर खोज के बारे में है। मैं आज जहां हूं वहां मार्शल आर्ट के कारण हूं और मैं भारत में कुडो के विकास में योगदान करने  और एथलीटों को उनकी पूरी क्षमता का एहसास कराने , और उन्हें  सशक्त बनाने के लिए सम्मानित महसूस कर रहा हूं।”

इस इवेंट में बॉलीवुड एक्ट्रेस दिशा पटानी भी नजर आईं और उन्होंने एमएमए के साथ अपना अनुभव साझा करते हुए कहा, “मैं अक्षय सर को क्रेजी स्टंट करते हुए देखकर बड़ी हुई हूं और वॉल रन करने में सक्षम होना मेरा सपना था। अक्षय सर की यह पहल एक आशीर्वाद है। और मैं यहां आकर बहुत खुश हूं।”

जैसे-जैसे कुडो भारत में प्रगति कर रहा है, अक्षय कुमार द्वारा संचालित कार्यक्रम मार्शल आर्ट की दुनिया में एक आशाजनक भविष्य का मार्ग प्रशस्त करता है।

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